बढ़ती ठंड और शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए पंजाब के प्रदेश सरकार ने भी विद्यालयों की छुट्टियां 7 जनवरी तक बढ़ा दी है। ठंड की वजह से लिए गए इस फैसले का असर बच्चों की शिक्षा पर पड़ सकता है। हालांकि विद्यालयों की तरफ से बच्चों की शिक्षा को नियमित जारी रखने हेतु ऑनलाइन क्लासेस का विकल्प चुना गया है। लेकिन जिन बच्चों के घर पर स्मार्टफोन या लैपटॉप की सुविधा नहीं होगी, उनके लिए ऑनलाइन क्लासेस लेना भी इसी चुनौती से कतई कम नहीं होगा।
शीतकालीन अवकाश परीक्षा की तैयारी पर भारी
सरकार द्वारा किए गए शीतकालीन अवकाश की घोषणा के पश्चात सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की परीक्षाओं की तैयारी पर असर पड़ सकता है। जो विद्यार्थी बोर्ड की परीक्षा देने वाले हैं, उनके लिए सीबीएसई की तरफ से वार्षिक परीक्षा की शुरुआत 15 फरवरी से, तो वहीं आईसीएसई बोर्ड की परीक्षा की शुरुआत 13 फरवरी से होने वाली है।
ऑनलाइन क्लास बनेगा विकल्प
कड़ाके की ठंड से बच्चों को बचाने हेतु प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया शीतकालीन अवकाश का फैसला जरूरी है, लेकिन इस दौरान विद्यालय की तरफ से online classes शुरू हो चुकी हैं। बच्चों की पढ़ाई पर अवकाश का असर कम करने की संभावना है। इस बीच बच्चों के माता-पिता को पर्याप्त इंटरनेट की व्यवस्था और लैपटॉप या मोबाइल की व्यवस्था करनी होगी।
फेयरवेल जैसे आयोजनों पर भी पड़ा ठंड का असर
इस दौरान कई विद्यालयों के 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए फेयरवेल पार्टी का आयोजन देखने को मिलता है, लेकिन ठंड की वजह से छुट्टियां की वजह से लिए गए फैसले का असर फेयरवेल की पार्टी पर पड़ता देखा जा सकता है। क्योंकि पद रही कड़ाके की ठण्ड की वजह प्रशासन द्वारा विद्यालयों भी छुट्टियां बढ़ाई जा सकती है।
प्रतिवर्ष पड़ती ठंड को देखते हुए लिया ये फैसला
प्रदेश में कई ऐसे विद्यालय हैं, जिन्होंने प्रतिवर्ष की पड़ती ठंड के हिसाब से छुट्टियों की योजना बना ली थी। जिसके अंतर्गत दिसंबर में ही प्री बोर्ड का पहला चरण कई विद्यालयों द्वारा द्वारा संपन्न कर लिया गया था। तो वहीं प्री बोर्ड का दूसरा चरण 15 जनवरी के पश्चात आयोजित किया जा सकता है।