2025 में भी आईपीओ मार्केट निवेशकों के लिए कई शानदार मौके लेकर आ रहा है। एंथम बायोसाइंसेज, जो फार्मा और बायोटेक्नोलॉजी सेक्टर की एक उभरती हुई कंपनी है, जल्द ही अपना आईपीओ लाने वाली है। कंपनी ने 3395 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए सेबी में आवेदन किया है।
यह आईपीओ उन निवेशकों के लिए खास हो सकता है, जो फार्मा सेक्टर में लंबी अवधि के लाभ की उम्मीद रखते हैं। कंपनी अपनी रिसर्च और उत्पादन क्षमता के लिए जानी जाती है, और इसका फोकस अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर भी है।
क्या नहीं होगा फ्रेश इश्यू जानिए
एंथम बायोसाइंसेज का आने वाला आईपीओ निवेशकों के लिए खास है, लेकिन इसमें फ्रेश इश्यू शामिल नहीं होगा। कंपनी के प्रमोटर्स, गणेश संबासिवम और के. रवींद्र चंद्रप्पा, अपनी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे हैं। यह ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत होगा, जिसका मतलब है कि इस आईपीओ से मिलने वाली आय प्रमोटर्स को जाएगी, न कि कंपनी को। यह कदम प्रमोटर्स के लिए अपने निवेश को नकदी में बदलने का मौका है। निवेशकों के लिए यह जानना जरूरी है कि इस आईपीओ के जरिए कंपनी में सीधे कोई नई पूंजी नहीं आएगी।
क्या 2006 में वजूद में आई कंपनी जानिए
2006 में स्थापित एंथम बायोसाइंसेज, बेंगलुरु स्थित एक प्रमुख फार्मा कंपनी है, जिसका नेतृत्व बायोकॉन के पूर्व कार्यकारी अजय भारद्वाज कर रहे हैं। अजय भारद्वाज कंपनी के संस्थापक, सीईओ और प्रबंध निदेशक हैं। यह कंपनी फार्मा और बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्र में उन्नत तकनीकों और रिसर्च के लिए जानी जाती है।
शेयर बाजार में एंथम बायोसाइंसेज का मुकाबला सिंजीन इंटरनेशनल, डिवीज लैबोरेटरीज और साई लाइफ साइंसेज जैसी बड़ी कंपनियों से होगा। अपनी मजबूत प्रोडक्ट लाइन और वैश्विक विस्तार योजनाओं के कारण कंपनी निवेशकों के बीच काफी चर्चा में है।
जानिए 2024 के साल के बारे में
साल 2024 आईपीओ बाजार के लिए काफी सफल रहा। इस साल कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से लगभग 1.6 लाख करोड़ रुपये जुटाए, जो कि एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह संकेत है कि निवेशकों का भरोसा बाजार में बढ़ा है और कंपनियां भी अपनी पूंजी जुटाने के लिए इस रास्ते का अधिक उपयोग कर रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाला साल 2025 भी आईपीओ के लिए सकारात्मक रहेगा। कई बड़ी कंपनियों के आईपीओ लाने की योजना है, और इससे बाजार में और भी हलचल देखने को मिल सकती है।