PPF Return: ₹5 हजार के बनेंगे ₹26 लाख 63 हजार? बस इस फॉर्मूले से करना होगा निवेश

क्या आप ऐसा निवेश चाहते हैं, जो पूरी तरह से सुरक्षित हो और बढ़िया ब्याज भी दे? पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) आपकी इस जरूरत को पूरा कर सकता है। यह एक लोकप्रिय सरकारी स्कीम है, जहां आप छोटे निवेश से बड़ी रकम जुटा सकते हैं। PPF अकाउंट को बैंक या पोस्ट ऑफिस में आसानी से खुलवाया जा सकता है।

इस स्कीम की सबसे खास बात है इसका 15 साल का मैच्योरिटी पीरियड, जिसे आप 5-5 साल के लिए बढ़ा भी सकते हैं। शुरुआती ₹5000 मासिक निवेश से 15 सालों में यह रकम लाखों में बदल सकती है। PPF पर मिलने वाला ब्याज टैक्स-फ्री है, जो इसे और आकर्षक बनाता है।

क्या 3 ऑप्शन मिलेंगे मैच्योरिटी पर जानिए 

PPF अकाउंट की मैच्योरिटी पर आपके पास तीन विकल्प होते हैं, जो आपकी आर्थिक जरूरतों के हिसाब से फायदेमंद साबित हो सकते हैं। पहला विकल्प है कि आप अपनी पूरी राशि निकाल लें और इसे किसी अन्य जरूरत में इस्तेमाल करें। दूसरा विकल्प है कि आप पैसा अकाउंट में ही रहने दें। इस स्थिति में, बिना किसी नए निवेश के भी आपका पैसा ब्याज कमाता रहेगा। तीसरा विकल्प सबसे बढ़िया है – आप 5 साल का एक्सटेंशन लेकर नए निवेश के साथ इसे जारी रख सकते हैं।

क्या निकलेगा मैच्योरिटी पर पूरा पैसा जानिए 

PPF अकाउंट की मैच्योरिटी पर आप अपनी पूरी जमा राशि और ब्याज को निकाल सकते हैं। इस प्रक्रिया में, आपका अकाउंट क्लोज हो जाता है, और पूरा पैसा सीधे आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि और ब्याज दोनों पूरी तरह से टैक्स-फ्री होते हैं।

इसके अलावा, हर साल 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर इनकम टैक्स की छूट मिलती है। पूरे 15 साल के कार्यकाल में आपके द्वारा जमा की गई रकम पर भी किसी तरह का टैक्स नहीं लगाया जाता। यदि आपको एकमुश्त राशि की जरूरत है, तो यह ऑप्शन सबसे बेहतर है।

क्या 5 साल  के लिए बढ़ेगा निवेश जानिए

PPF अकाउंट की मैच्योरिटी के बाद आप इसे 5-5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं। यह ऑप्शन उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो सुरक्षित निवेश जारी रखना चाहते हैं और अधिक रिटर्न पाना चाहते हैं। एक्सटेंशन के लिए, आपको अकाउंट की मैच्योरिटी के एक साल के अंदर अपने बैंक या पोस्ट ऑफिस में लिखित आवेदन देना होगा।

अच्छी बात यह है कि एक्सटेंशन के दौरान आप अपनी जमा राशि पर ब्याज पाते रहेंगे और जरूरत पड़ने पर आंशिक राशि भी निकाल सकते हैं। एक्सटेंशन के दौरान प्री-मैच्योर विड्रॉल का नियम लागू नहीं होता, जिससे आपकी लिक्विडिटी बनी रहती है। 

Sumit Kumar A passionate content writter with over 3 year Experience in Online Media Sector. He brings his expertise and skill set to the news section, providing readers accurate insights. Currently working as a Editor
for this blog - [email protected]

Leave a Comment